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कुछ अपशगुन हुआ एक सुबह था यूँ शंखनाद हुआ पाना कुछ खोना मीठी कुछ खट्टी "आओ कि प्रेम करते हुए कुछ निश्चिंत हुआ जाए " (गृहस्थी का प्रेम)

Hindi कुछ हुआ Poems